IUI क्या है और कैसे होता है:

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में यह बात एक आम बात बन कर रह गई है कि दंपतियों को निसंतान ता का सामना करना पड़ रहा है कृतिम गर्भधारण गर्भधारण आईयूआई सामान्य रूप से गर्भवती होने की संभावना को बढ़ा सकता है आईयूआई एक चिकित्सा प्रक्रिया है जो निसंतान ता का इलाज करने में मदद करती है इसमें फर्टिलाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए शक रानू को सीधे महिला के गर्भाशय के अंदर रखा जाता है इससे महिला के गर्भवती होने की संभावना बढ़ जाती है यह प्रक्रिया कृत्रिम गर्भधारण आईयूआई डॉक्टर द्वारा की जाती है।

 


IUI की प्रक्रिया क्या है।

 आयु आई मैं अच्छी शंकरा नमो को अलग करने के लिए एक प्रयोगशाला प्रक्रिया शामिल होती है पुरुष के शुक्राणु को एक प्लास्टिक डिब्बी में लिया जाता है और इसे मशीन में रखकर अच्छी शुक्राणुओं को धोया जाता है और लैब में आपकी संतुष्टि के लिए यह सारी प्रक्रिया आपके सामने ही की जाती है उसके बाद एक छोटी ट्यूब की मदद से इन धुले हुए शुक्राणुओं को सीधे ओवुलेशन के समय ओवुलेशन किस समय जब अंडाशय से अंडा निकलता है तब गर्भाशय में रख रखा जाता है यह पांच 7 मिनट की मामूली सी एक प्रक्रिया है हल्का सा दर्द महसूस होता है अगर एक आईयूआई सक्सेसफुल नहीं होता तो आप इसे तीन चार बार और करा सकते हैं।

IUIकरने से पहले क्या-क्या जांचें करानी होती है

टीवीएस ट्रांसवेजाइनल सोनोग्राफी इसमें अंडे दानी के अंदर अंडों की संख्या क्वालिटी ऑफ़ ग्रोथ देखते हैं इसमें एंडोमेट्रियम मतलब बच्चेदानी की परत को देखते हैं कि उसमें ग्रोथ पैटर्न या रक्त का बहाव कैसा है बच्चेदानी की नली जिसको फैलोपियन ट्यूब बोलते हैं उसको देखा जाता है हर महिला में दो ट्यूबे होती हैं लेकिन आईयूआई करने के लिए कम से कम 1 ट्यूब का खुला होना जरूरी होता है HCG इसमें बच्चेदानी में डाल डाल कर एक्स-रे किया जाता है और ट्यूबे खुली है या नहीं यह पता किया जाता है बुआ हस्बैंड के शुक्राणुओं की जांच की जाती है कि शुक्राणुओं की संख्या गतिशीलता देखी जाती है 5 से 10 मिलियन पर मिलीलीटर संख्या कम से कम शुक्राणुओं की संख्या कम से कम होनी चाहिए|

IUI की प्रक्रिया कैसे की जाती है


इसमें डॉक्टर आपको पीरियड्स आने के तीसरे दिन अस्पताल आने के लिए बुलाती है।और आपको अंडे बनने वाली दवाई दी जाती है।  उसके बाद आपको ओवुलेशन दिनों में बुलाया जाता है यहां आपको टीवीएस अल्ट्रासाउंड के जरिए फॉलिक्युलर स्टडी मॉनिटर किया जाता है यह अल्ट्रासाउंड 3 या 4 बार से अधिक भी किए जा सकते हैं।उसके बाद देखा जाता है कि आप के गर्भाशय में अंडा दुआ है या नहीं तैयार हुआ है या नहीं।फिर आपको एक हफ्ते या तीन-चार दिन बाद दोबारा टीवीएस अल्ट्रासाउंड   मैं देखा जाता है कि अंडा फट गया है।फिर आपके हस्बैंड से वीर्य का सैंपल लेकर एंड्रोलॉजी लैब में उसे तैयार किया जाता है

 IUI कब कराना चाहिए


                                                                                 समें  डॉक्टर आपको पीरियड्स है या आपको द्वारा यह सलाह दी जाती है कि आपको आईयूआई का सहारा लेकर ही प्रेगनेंसी कंसीव करनी चाहिए यहां आपके हस्बैंड जिन पुरुषों में शुक्राणु स्पर्म नील है एवं टेस्टिकुलर बाय स्पीड में भी नहीं है उन दंपतियों को डोनर स्पर्म बैंक से हस्बैंड की मैचिंग प्रोफाइल से मिलता स्पर्म मंगाकर आईयूआई करके गर्भधारण करवाया जा सकता है विभिन्न प्रकार के कारण निसंतान ता की वजह हो सकती है इसमें डॉक्टर आपको आईयूआई की सलाह देते हैं।

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