पीसीओएस क्या है।
पीसीओएस स्त्रियों में हार्मोन असंतुलन की समस्या होता है। आजकल के लाइफ स्टाइल में पीसीओएस महिलाओं के लिए एक बड़ी समस्या बन चुकी है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम महिलाओं में हारमोंस के बिगड़ जाने की वजह से होती है। पीसीओएस की समस्या लड़कियों में पीरियड्स आने के बाद देखने को मिलती है। यह हारमोंस असंतुलन होने की वजह से होती है इसके कई कारण माने गए हैं जिसके बारे में हम आगे बात करेंगे। पीसीओएस के दौरान ओवरी में छोटे-छोटे पानी वाली सीट बन जाते हैं जिसकी वजह से महिलाओं की ओवरी व प्रजनन क्षमता बहुत प्रभावित होती है।
पीसीओएस की वजह से महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या बहुत बढ़ जाती है आमतौर पर महिला के प्रजनन अंग में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हारमोंस बनता है। जिससे स्त्री को नियमित रूप से पीरियड्स आते हैं किंतु इसकी अत्यधिक मात्रा व एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हारमोंस असंतुलित हो जाने से पीरियड्स सही समय पर नहीं आते। पीसी पीसी ओवैस इनफर्टिलिटी का बड़ा कारण है किंतु इसे इलाज के द्वारा ठीक किया जा सकता है और कुछ लाइफस्टाइल को बदल कर हम इसे कंट्रोल कर सकते हैं। सितंबर महिने को वर्ल्ड PCOS पीसीओएस जागरूकता महीना कहा जाता है।
पीसीओएस के लक्षण
1. पीरियड सही समय पर ना आना
2. शरीर पर अनचाहे जगह पर बाल उग जाना 3.चेहरे पर मुंहासे हो जाना
4.पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना
5. Infertility इनफर्टी
6. मोटापा
एक आम महिला में अंडाशय में अंडाशय में हर महीने चार से पांच अंडे बनते हैं किंतु पीसीएस होने पर महिला के अंदर इनकी संख्या 8 से 10 होती है और इनका साइज बिल्कुल छोटा छोटा होता है यह तरल पदार्थ से बने हुए होते हैं। जिस कारण स्त्री को गर्भवती होने में बहुत मुश्किल होती है अगर किसी स्त्री को गर्भ नहीं ठहर रहा है तो उसे हो सकता है कि पीसीओएस की समस्या हो। Pcos की वजह से मोटापा भी बढ़ने लगता है।
पीसीओएस का जांच
पीसीओएस में डॉक्टर आपकी कई तरह की जांच करवा सकता है कई तरह के ब्लड टेस्ट करवा सकता है।
1.FSH टेस्ट
2.LH test
3. इन्सुलिन टेस्ट
4.एंटी मूलरियन हॉरमोन (AMH)test
5. male testerone hormone test
इसके साथ-साथ डॉक्टर ओवरी की स्थिति देखने के लिए आपके अल्ट्रासाउंड भी करा सकते हैं।
पीसीओएस का घरेलू इलाज
पीसीओएस अपनी लाइफ स्टाइल में थोड़े से बदलाव करके हम पीसीओएस जैसी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
एक्सरसाइज करें
एक्सरसाइज करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। अधिक वजन होना भी पीसीओएस का कारण है। वजन कम करके आप इसके इलाज में बहुत मदद कर सकते हैं।
तनाव मुक्त रहें
तनाव लेने से हमें कई तरह की बीमारियां होती है उनमें से एक है पीसीओएस तनाव लेने से हमारे शरीर का हार्मोन असंतुलित हो जाता है तब हमारे स्वस्थ शरीर के लिए हानिकारक है।
हेल्दी डाइट खाएं
फाइबर युक्त पदार्थ, हरी सब्जियां, एंटीऑक्सीडेंट वाले आहार प्रोटीन से भरा भोजन का सेवन करें। अनप्रोसेस्ड फूड खाएं।
पर्याप्त नींद लें
नींद pcos की समस्या को ठीक करने में काफी मदद करती हैं पर्याप्त नींद लेने से असंतुलित हार्मोन की समस्या कम होती हैं।
मेडिटेशन करें
मेडिटेशन करने से हमारे शरीर के हार्मोन का स्तर नॉर्मल रहता है इसलिए पीसीओएस की समस्या होने पर मेडिटेशन करना आप के इलाज में एक मदद कर सकता है।
योग करें
आजकल के लाइफ स्टाइल में महिलाओं की जिंदगी इतनी व्यस्त हो गई है कि र कामकाज में अपने पर ध्यान देना भूल जाती हैं किंतु हमें रोज कुछ समय अपने लिए जरूर निकालना चाहिए इसलिए रोज योग करें मेडिटेशन करें एक्सरसाइज करें जिससे आपका शरीर स्वस्थ रहें।
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