stress k kya karan hain stress ko kese harayen

 तनाव का क्या कारण है। इसके लक्षण क्या है।



हमारी जिंदगी तमाम मुश्किलों से भरी होती है हमारी जिंदगी में हम परिवार दोस्तों माता पिता भाई बहन हर रिश्ते को हर पल निभाते हैं कई बार हमारी जिंदगी में मुश्किलों भरा समय आता है जिन्हें हम चाह कर भी संभाल नहीं पाते और इतने तनाव में आ जाते हैं कि क्या हम इस मुश्किल से निकल पाएंगे क्या यह समय गुजर पाएगा और अकेलापन महसूस करने लगते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भारत में हुए सर्वे के दौरान यह सामने आया है कि भारत में 89% लोग तनाव की शिकार है। तनाव दीमक की तरह होता है जो धीरे धीरे धीरे धीरे आपको गंभीर समस्याओं में डाल देता है कई लोग तो यह जान ही नहीं पाते कि वह तनाव का शिकार है और कई लोग कई कारणों से इस समस्या का इलाज ही नहीं करा पाते क्योंकि लोगों को पता ही नहीं कि तनाव एक खतरनाक बीमारी है। आज मैं जिस तरह का लाइफस्टाइल हम लोग जी रहे हैं उसमें स्ट्रेस बेहद आम बात है किसी को वर्क का प्रेशर,घर परिवार से संबंधित मामलों का प्रेशर,नौकरी जाने का,आर्थिक स्थिति का,स्वास्थ्य का,बच्चों का,मां बाप का 
,टीचर का,दोस्तों का किसी को किसी अप्रिय घटना का किसी को किसी प्रिय व्यक्ति को खो देने का तनाव तनाव सिर्फ आपको मानसिक रूप से बीमार नहीं करता आपको शारीरिक रूप से भी बीमार कर देता है सुरेश को कंट्रोल ना किया जाए तो यह धीरे-धीरे डिप्रेशन बन जाता है।

Stress kya hai तनाव क्या है? 

तनाव के कारण
1.बेरोजगारी
2.पार्टनर से ब्रेकअप 
3.बच्चों का घर छोड़ना मौसम
4. किसी करीबी का निधन हो जाना
5. तलाक के कारण सेक्स संबंधी समस्याओं 6.हिंसा या बुरे व्यवहार का शिकार होना 7.अकेलापन ।
आजकल का लाइफ स्टाइल की बात करें तो लोग आज एक दूसरे से रिश्ता रखने से पहले स्टेटस चेक करते हैं कि सामने वाले का स्टेटस हमारे जितना है या नहीं|

stress ke lakshan तनाव के लक्षण

1.सीने में दर्द।
2.मूड स्विंग एंग्जाइटी।
3.सिर में दर्द
4. अचानक दिल की धड़कन बढ़ना।
5. नींद ना आना।
6. चिड़चिड़ापन।
7. मांसपेशियों में दर्द होना।

Tanav ko dur karne ke upay तनाव को दूर करने के उपाय

तनाव एक ऐसी समस्या है जिसमें इंसान अपने आप को बहुत अकेला फील करता है उसे अपनों की कही हुई बात दिल से लगने लगती है जिन्हें वह प्यार करते हैं उनसे दूरियां बनाने लगते हैं तनाव में हमेशा आपने देखा होगा कि तनाव ग्रस्त व्यक्ति सबसे पहली दूरी अपने से प्यार करने वाले से बनाता है उसे लगता है कि मैं सामने वाले को प्यार कर रहा हूं सामने वाले की रिस्पेक्ट कर रहा हूं और बदले में मुझे नहीं मिल रही है।मुझे कोई नहीं समझता।तनाव एक ऐसा मुश्किल भरा समय होता है। जो इंसान इस चीज से जूझ रहा होता है उस समय उसको ऐसा लगता है जैसे कि इस दुनिया में कोई भी उसका अपना नहीं है। इंसान को अंधेरे में बैठना अकेलापन उसे अपना आदि बना लेता है। और उसे सोचने समझने की क्षमता भी खत्म कर देता है।अगर आप लोगों के साथ कुछ ऐसा हो रहा है तो आप समझ जाइए यह तनाव आपको पीछे खींच रहा है और आपको इसे हरा कर आपके अपनों के पास अपनी जिंदगी में वापस लौटना है। क्योंकि तनाव एक ऐसी सिचुएशन है जिसमें सब कुछ हमारे पास है होने के बावजूद भी लगता है जैसे कुछ नहीं है कुछ नहीं है।

1.जब कभी आपको तनाव महसूस होता है तो सबसे पहले आप किसी अपने को यह बात जरूर शेयर करें ताकि वह आप का अच्छे से ध्यान रख सके आपके मन में पल रहे नेगेटिविटी की के कीड़े को आपसे दूर करने में मदद कर सके तनाव महसूस होते ही सबसे पहले आप अपनों के साथ बैठने में असहजता महसूस करेंगे किन्तु कृपया अंधेरे में मत बैठिए अकेले मत बैठिए अगर आपको तनाव फील हो रहा है तो आप खुली हवा में बैठे जो आपकी जिंदगी में आपको खुशी देता हो उस पल को याद कीजिए हर उस पल को याद कीजिए जिसमें आपकी कोई ना कोई मुस्कुराहट छुपी हो जिस लम्हे को याद करके आपके चेहरे पर मुस्कान आती हो। तनाव आपको नेगेटिव करने की कोशिश करेगा किन्तु आपको नेगेटिव नहीं पॉजिटिव होना है।


तनाव ग्रस्त व्यक्ति को अपना कुछ समय छोटे बच्चों के साथ बताना चाहिए छोटे मासूम बच्चों की नटखट शरारतों में कई बार व्यक्ति अपने तनाव को भी टेंशन को भूल जाता है वह उस समय छोटा बच्चा बन जाता है जिसको इस दुनिया के बारे में कुछ नहीं पता इसलिए छोटे बच्चों के साथ वक्त गुजारना तनाव से दूर रहने के लिए एक अच्छा उपाय है।


तनावग्रस्त व्यक्ति को पानी ज्यादा पीना चाहिए इससे उसकी बॉडी हाइड्रेट रहती है। तनावग्रस्त व्यक्ति को खुश रहने में मदद मिलती है।

तनावग्रस्त होने पर आप  बगीचा गमले आदि में अपना वक्त गुजार सकते हैं हरियाली भी तनाव को दूर करने में मदद करती है।


तनावग्रस्त व्यक्ति के सामने हमेशा सकारात्मक बातें करें।


अपनी दोस्तों परिवार के साथ समय बिताएं तनाव को समाप्त करने में एक अच्छी मदद मिलेगी


 अच्छी नींद में पर्याप्त नहीं दिया इससे भी तनाव दूर करने में मदद मिलती है क्योंकि सोने के बाद हमारा दिमाग शांत हो जाता है जब उठे तो हर कार्य में अपना उत्साह बरकरार रखें।

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