थायराइड के लक्षण कारण इलाज दवा उपचार थायराइड प्रॉब्लम

शरीर के अन्य अंगों की तरह थायराइड फंक्शन को कंट्रोल और रेगुलेट करना भी बहुत जरूरी है।थायराइड तितली के आकार की ग्रंथि होती है यह गर्दन के अंदर और कॉलर बोन के ठीक उपस्थित होती है थायराइड एक प्रकार की एंडोक्राइन ग्रंथि है जो हार्मोन बनाती है। थायराइड का कार्य हार्मोन को स्रावित करना है जो बॉडी फंक्शन को बदलता और मैनेज करता है थायरोक्सिन T4और ट्राईआयोडोथायरोनिन    थायराइड हार्मोन है थाइरोइड की समस्या हर 10 में से एक व्यक्ति व्यक्ति को है थायराइड पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को प्रभावित करता है।

  थायराइड के दो प्रकार होते हैं हाइपरथायराइड और हाइपोथायराइड

जब हार्मोन के स्तर में अचानक से उतार-चढ़ाव होता है तो कई लक्षण लिख सकते हैं महिलाओं में काफी ज्यादा दिखते हैं।

1.अचानक वजन का अधिक घटना या बढ़ना

2.थकान एवं कमजोरी

3.गर्दन के पास वाली स्किन की सिल्वर टोका ब्लैक होना

4.अच्छी नींद लेने में कठिनाई

5. नाखूनों और बालों का कमजोर होना

6. त्वचा का रुखा और पतला होना

7. अवसाद

8. मानसिक तनाव

9. गला बैठना

10. मांसपेशियों में अकड़न 

11. महिलाओं में मासिक धर्म का अनियमित होना

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.थायराइड रोग होने के लिए कारण हो सकते है


.भोजन में सोया  का अधिक इस्तेमाल

.अधिक टेंशन लेना सर आपको जीवन जीने से   थायराइड हार्मोन की सक्रियता पर असर पड़ता है।

. आहार में आयोडीन की मात्रा कम ज्यादा होने पर थायराइड ग्रंथजेड प्रभावित होती है।

. यह रोग अनुवांशिक भी हो सकता है यदि  के दूसरे जेडजेडसदस्यों को भी यह समस्या रही हो तो परिवार के दूसरे सदस्यों को भी हो सकती है।

. महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान थायराइड हारमोंस में अनुष्ठान संतुलन देखा जाता है।

. थायराइड ग्रंथि में सूजन आने से शुरुआत में इसे धारण हार्मोन का अधिक उत्पादन होता है इस कारण भी थायराइड हो सकता है।

. विटामिन b12की कमी के कारण भी थायराइड हो सकता है।



मुलेठी से थायराइड का इलाज

मुलेठी का सेवन करें मुलेठी थायराइड हार्मोन को नियंत्रण में रखने के साथ ही थायराइड कैंसर से भी बचाता है दरअसल ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड होता है जो थायराइड कैंसर की कोशिकाओं को बनने से रोकता है। नियमित रूप से इसके सेवन से थायराइड को कंट्रोल में रख सकते हैं।


अदरक 

अदरक पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक खनिजों से भरपूर है और यह इन्फ्लेमेशन से निपटने में मदद करता है अदरक को हम चाय में खाने के साथ भी आसानी से ले सकते हैं अदरक का अचार भी लिया जा सकता है।

विटामिन बी

थायराइड में हाइपोथाइरॉएडिज्म से पीड़ित लोगों विटामिन बी फैमिली के विटामिन जरूरी है रोजाना दूध दही फल सब्जियां अंडे मांस मछली अखरोट बदाम विटामिन युक्त आहार लेना चाहिए जोगी थायराइड की समस्याओं से लड़ने में मदद करता है।


नियमित व्यायाम

 हारमोंस को संतुलित रखने के लिए व्यायाम अति आवश्यक है जोकि थायराइड थायराइड में महत्वपूर्ण है नियमित व्यायाम से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है व वजन भी नियंत्रित रहता है जोकि थायराइड की समस्याओं से निपटने में सहायक है।

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