सर्वाइकल पेन से कैसे पाएं हमेशा के लिए छुटकारा

 


सर्वाइकल की समस्या से कैसे बचे

सर्वाइकल एक ऐसी प्रॉब्लम है जिसकी वजह से हमारा गर्दन व गर्दन के आसपास का पार्ट इफेक्टेड होता है। गर्दन में दर्द होना कसाब होना गर्दन का अकड़ जाना हिलाने डुलाने में परेशानी होना कभी-कभी तो यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि इसकी दर्द बाजुओं शादी व पूरे पीठ तक फैल जाती है इसे नजरअंदाज ना करें । सर्वाइकल पेन की वजह से व्यक्ति कई बार चिड़चिड़ा हो जाता है यह लंबे समय तक रहने वाला दर्द है । सर्वाइकल पेन सर्वाइकल स्पाइन यानी गर्दन के हिस्से वाली रीढ़ की हड्डी के जोड़ों और डिस्क में समस्या होने से सर्वाइकल पेन की स्थिति बनती है, व्यक्ति के गर्दन का कब जब सीधा होने लग जाता है और पॉइंट्स में गैप आने लगता है जिसकी वजह से सर्वाइकल पेन शुरू होता है। हर वक्त दर्द के साथ रहने की वजह से व्यक्ति कई बार चिड़चिड़ा भी हो जाता है। सर्वाइकल की प्रॉब्लम आजकल हर तीन में से एक व्यक्ति को है। सर्वाइकल की प्रॉब्लम जिसे सहन करनी पड़ती है वही समझ सकता है अर्थाथ सभी को यह आम प्रॉब्लम लगती है यह कोई बीमारी नहीं लगती है जॉइंट पेन गर्दन में पेन से जो व्यक्ति जूझ रहा होता है यह दर्द सिर्फ वही महसूस करता है और ना ही वह किसी और को एक्सप्लेन कर सकता है।
सर्वाइकल पेन के कारण जाना बहुत आवश्यक है चलिए जानते हैं सर्वाइकल पेन होने के कारण हमारी किन लापरवाही यों की वजह से सर्वाइकल की प्रॉब्लम का हमेशा सामना करना पड़ता है और यह भयानक दर्द हमें सहन करना पड़ता है क्या हम इससे निजात पा सकते हैं और हम किस तरीके से इस निजात पा सकते हैं चलिए पढ़ते हैं।
सर्वाइकल पेन शरीर के किन हिस्सों को प्रभावित करता है।
सर्वाइकल हड्डियों से संबंधित यह रोग मुख्य रूप से रीड की हड्डी पीठ  दर्द वाह बाजू छाती और सिर तक फैल जाता है। रीड की हड्डी से लेकर गर्दन तक का यह दर्द असहनीय बन जाता है कई बार यह शिकायत युवा अवस्था में ही शुरू हो जाती है आजकल यह बीमारी अधिक हो रही है लगाता रीड की हड्डी कमर में दर्द गर्दन में दर्द गर्दन में अकड़न और फूलों में दर्द होने ज्यादा देर तक बैठने में परेशानी होती है।

सर्वाइकल पेन के कारण

1. गलत मुद्रा में उठना बैठना 

गलत पोजीशन में बैठने से हमारा पॉयश्चर गलत होने की वजह से भी हमें सर्वाइकल पेन होने लगता है। कई लोग अपनी गर्दन को झुका कर बैठते हैं गर्दन को झुका कर बैठते हैं अक्सर  देखा गया है की कई लोग कमर में कुब निकालकर भी बैठते हैं ऐसा करने की वजह से भी रीढ़ की हड्डी से संबंधित कई सारी समस्याएं सर्वाइकल की प्रॉब्लम बहुत जल्दी होने लगती है क्योंकि गलत मुद्रा होने की वजह से सारा दबाव रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है जोकि सर्वाइकल का एक बड़ा कारण है

2. तनाव

 सर्वाइकल का एक बड़ा कारण तनाव भी है माने या ना माने किंतु तनाव जो व्यक्ति की शारीरिक सीमा को पार करता है तो उसका असर उसके शरीर पर पड़ता है जिसकी वजह से उसे सर्वाइकल हो सकता है।

3. गलत मुद्रा में सोना

कई व्यक्ति गलत मुद्रा में सोते हैं कई बार कई लोग मोटा तकिया सोने के लिए इस्तेमाल करते हैं जो की गर्दन की हड्डी पर व रीढ़ की हड्डी पर बहुत ज्यादा दबाव डालता है सोते समय पतला तो क्या इस्तेमाल करें साइड लेकर सोए और बहुत ज्यादा कमर रीढ़ की हड्डी को टेढ़ा ना करें अगर आप गलत मुद्रा में सोते हैं तो अपनी सोने की स्थिति को सुधारें।

4. लगातार गर्दन का उपयोग करना

जब हम कोई काम लगातार तीन-चार घंटे तक बिना हिले दुले गर्दन को झुकाए करते हैं जैसे की सिलाई करना बुनाई करना और भी ऐसे कई काम है जिसमें लगातार हमें बैठना पड़ता है जिसकी वजह से भी हमें सर्वाइकल की प्रॉब्लम हो सकती है।

कैल्शियम व विटामिन डी की कमी

भोजन में कैल्शियम विटामिन डी की मात्रा अधिक ने इससे गर्दन के रोग की समस्या दूर होती है।
आमतौर पर यह देखा गया है कि गर्दन में होने वाले दर्द को लोग नजरअंदाज करते हैं लेकिन कई बार यह दर्द इतना गंभीर रूप ले लेता है जोकि पूरी जीवन शैली को प्रभावित कर देता है। पिछले कई सालों में सर्वाइकल स्पांडिलाइसिस के रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है जिसका कारण है लोगों में जागरूकता की कमी चलिए आइए पढ़ते हैं सर्वाइकल दर्द ठीक करने के लिए किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।


1. योग करना

सर्वाइकल की प्रॉब्लम में डॉक्टर का यही सुझाव होता है कि आप योग अवश्य करें जितनी भी मेडिसिन खाएं जितना भी आप फिजियोथैरेपी ले किंतु इन सब में सबसे ज्यादा प्रभावशाली है। सर्वाइकल की परेशानी से बचाव आपके लिए भी योग उतना ही आवश्यक है जितना कि सर्वाइकल होने के पश्चात योग करना।

फिजियोथैरेपी लेना

सर्वाइकल की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को जब दर्द से राहत ना मिल पा रही हो तो डॉक्टर उन्हें फिजियोथैरेपी की सलाह देते हैं फिजियोथैरेपी सर्वाइकल में आराम देती है फिजियोथेरेपी के सहायता से हमारी नसों को आराम मिलता है फिजियोथैरेपी सर्वाइकल में लाभदायक है कई बार इसकी सहायता से भी सर्वाइकल की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

मालिश करें

सर्वाइकल में गर्दन की मालिश व पीठ की मालिश करने से ब्लड सरकुलेशन ठीक होता है और हमारी फूली हुई मसल्स को भी आराम मिलता है जिससे सर्वाइकल पेन में भी मिलता है इसलिए आप मालिश को भी अपनी दिनचर्या में अपना सकते हैं। देसी घी की मालिश, नारियल के तेल, तिल के तेल की मालिश लाभदायक है।


अपनी दिनचर्या में हेल्दी डाइट शामिल करें

विटामिन डी और कैल्शियम से भरपूर मेवा भोजन व सब्जियों व फ्रूट्स को अपनी दिनचर्या में शामिल करें
सर्वाइकल 

सर्वाइकल एक ऐसी प्रॉब्लम है जिसकी वजह से हमारा गर्दन व गर्दन के आसपास का पार्ट इफेक्टेड होता है। गर्दन में दर्द होना कसाव होना गर्दन का अकड़ जाना हिलाने डुलाने में परेशानी होना कभी-कभी तो यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि इसकी दर्द बाजुओं शादी व पूरे पीठ तक फैल जाती है इसे नजरअंदाज ना करें । सर्वाइकल पेन की वजह से व्यक्ति कई बार चिड़चिड़ा हो जाता है यह लंबे समय तक रहने वाला दर्द है । सर्वाइकल पेन सर्वाइकल स्पाइन यानी गर्दन के हिस्से वाली रीढ़ की हड्डी के जोड़ों और डिस्क में समस्या होने से सर्वाइकल पेन की स्थिति बनती है, व्यक्ति के गर्दन का कब जब सीधा होने लग जाता है और पॉइंट्स में गैप आने लगता है जिसकी वजह से सर्वाइकल पेन शुरू होता है। हर वक्त दर्द के साथ रहने की वजह से व्यक्ति कई बार चिड़चिड़ा भी हो जाता है। सर्वाइकल की प्रॉब्लम आजकल हर तीन में से एक व्यक्ति को है। सर्वाइकल की प्रॉब्लम जिसे सहन करनी पड़ती है वही समझ सकता है अर्थाथ सभी को यह आम प्रॉब्लम लगती है यह कोई बीमारी नहीं लगती है जॉइंट पेन गर्दन में पेन से जो व्यक्ति जूझ रहा होता है यह दर्द सिर्फ वही महसूस करता है और ना ही वह किसी और को एक्सप्लेन कर सकता है।
सर्वाइकल पेन के कारण जाना बहुत आवश्यक है चलिए जानते हैं सर्वाइकल पेन होने के कारण हमारी किन लापरवाही यों की वजह से सर्वाइकल की प्रॉब्लम का हमेशा सामना करना पड़ता है और यह भयानक दर्द हमें सहन करना पड़ता है क्या हम इससे निजात पा सकते हैं और हम किस तरीके से इस निजात पा सकते हैं चलिए पढ़ते हैं।

 सर्वाइकल पेन के कारण

1. गलत मुद्रा में उठना बैठना 

गलत पोजीशन में बैठने से हमारा पॉयश्चर गलत होने की वजह से भी हमें सर्वाइकल पेन होने लगता है। कई लोग अपनी गर्दन को झुका कर बैठते हैं गर्दन को झुका कर बैठते हैं अक्सर देखा गया है की कई लोग कमर में कुब निकालकर भी बैठते हैं ऐसा करने की वजह से भी रीढ़ की हड्डी से संबंधित कई सारी समस्याएं सर्वाइकल की प्रॉब्लम बहुत जल्दी होने लगती है क्योंकि गलत मुद्रा होने की वजह से सारा दबाव रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है जोकि सर्वाइकल का एक बड़ा कारण है
2. तनाव
 सर्वाइकल का एक बड़ा कारण तनाव भी है माने या ना माने किंतु तनाव जो व्यक्ति की शारीरिक सीमा को पार करता है तो उसका असर उसके शरीर पर पड़ता है जिसकी वजह से उसे सर्वाइकल हो सकता है।

3. गलत मुद्रा में सोना

कई व्यक्ति गलत मुद्रा में सोते हैं कई बार कई लोग मोटा तकिया सोने के लिए इस्तेमाल करते हैं जो की गर्दन की हड्डी पर व रीढ़ की हड्डी पर बहुत ज्यादा दबाव डालता है सोते समय पतला तो क्या इस्तेमाल करें साइड लेकर सोए और बहुत ज्यादा कमर रीढ़ की हड्डी को टेढ़ा ना करें अगर आप गलत मुद्रा में सोते हैं तो अपनी सोने की स्थिति को सुधारें।

4. लगातार गर्दन का उपयोग करना

जब हम कोई काम लगातार तीन-चार घंटे तक बिना हिले दुले गर्दन को झुकाए करते हैं जैसे की सिलाई करना बुनाई करना और भी ऐसे कई काम है जिसमें लगातार हमें बैठना पड़ता है जिसकी वजह से भी हमें सर्वाइकल की प्रॉब्लम हो सकती है।


कैल्शियम व विटामिन डी की कमी

भोजन में कैल्शियम विटामिन डी की मात्रा अधिक ने इससे गर्दन के रोग की समस्या दूर होती है।
आमतौर पर यह देखा गया है कि गर्दन में होने वाले दर्द को लोग नजरअंदाज करते हैं लेकिन कई बार यह दर्द इतना गंभीर रूप ले लेता है जोकि पूरी जीवन शैली को प्रभावित कर देता है। पिछले कई सालों में सर्वाइकल स्पांडिलाइसिस के रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है जिसका कारण है लोगों में जागरूकता की कमी चलिए आइए पढ़ते हैं सर्वाइकल दर्द ठीक करने के लिए किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।

1. योग करना

सर्वाइकल की प्रॉब्लम में डॉक्टर का यही सुझाव होता है कि आप योग अवश्य करें जितनी भी मेडिसिन खाएं जितना भी आप फिजियोथैरेपी ले किंतु इन सब में सबसे ज्यादा प्रभावशाली है। सर्वाइकल की परेशानी से बचाव आपके लिए भी योग उतना ही आवश्यक है जितना कि सर्वाइकल होने के पश्चात योग करना।

फिजियोथैरेपी लेना

सर्वाइकल की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को जब दर्द से राहत ना मिल पा रही हो तो डॉक्टर उन्हें फिजियोथैरेपी की सलाह देते हैं फिजियोथैरेपी सर्वाइकल में आराम देती है फिजियोथेरेपी के सहायता से हमारी नसों को आराम मिलता है फिजियोथैरेपी सर्वाइकल में लाभदायक है कई बार इसकी सहायता से भी सर्वाइकल की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

मालिश करें

सर्वाइकल में गर्दन की मालिश व पीठ की मालिश करने से ब्लड सरकुलेशन ठीक होता है और हमारी फूली हुई मसल्स को भी आराम मिलता है जिससे सर्वाइकल पेन में भी मिलता है इसलिए आप मालिश को भी अपनी दिनचर्या में अपना सकते हैं। देसी घी की मालिश, नारियल के तेल, तिल के तेल की मालिश लाभदायक है।


 

विटामिन डी और कैल्शियम से भरपूर मेवा भोजन व सब्जियों व फ्रूट्स को अपनी दिनचर्या में शामिल करें|



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