एंजाइना क्या है,एंजाइना के उपचार लक्षण |

एंजाइना क्या है

एनजाइना एक दिल का रोग है हृदय मांसपेशियों में रक्त प्रवाह के होने वाले छाती के दर्द को एंजाइना कहते हैं एनजाइना को पटोरी या इसके मिक्स चेस्ट पेन भी कहा जाता है ।एंजाइना ह्रदय की मांसपेशियों में कम रक्त प्रवाह के कारण होती है रक्त में मौजूद ऑक्सीजन हृदय की मांसपेशियों को जीवित रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है ह्रदय की मांसपेशियों को जब पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है । एंजाइना कोरोनरी धमनी की बीमारी (coronary artery disease) का लक्षण है।

 हर साल, बहुत सारे लोग एनजाइना के शिकार हो जाते हैं किंतु कुछ ही मामलों में लोगों को यह पता होता है कि वह एनजाइना के शिकार हैं अधिकांश लोग एनजाइना की जानकारी के अभाव की वजह से इसका सही इलाज नहीं ले पाते हैं ऐसी स्थिति में यह जरूरी है कि एंजाइना हृदय रोग के प्रति जागरूकता को बढ़ाया जाए ताकि हम सब इसके प्रति जागरूक रह सकें। 

 एनजाइना मुख्य रूप से दो प्रकार का होती है।

 1. स्टेबल एंजाइना स्थिर एनजाइना आमतौर से अत्यधिक शारीरिक श्रम वाह तनाव की वजह से होता है यह एनजाइना का एक साधारण प्रकार है एनजाइना दर्द 5 मिनट या उससे कम रहता है स्थिति गंभीर होने से यह दर्द ज्यादा समय तक भी रह सकता है यह हार्टअटैक नहीं है,एनजाइना आराम करने से खुद ठीक हो जाता है। 

2. अनस्टेबल एंजाइना (Unstable angina) किसी रक्त वाहिका में जमा वसायुक्त फ्लेक्स के टूटने से खून के थक्के का निर्माण हो सकता है जिसके कारण यह रक्त वाहिका में रक्त प्रवाह को अवरुद्ध कर सकते हैं आराम करने के बावजूद भी अगर सीने में दर्द कम ना हो रहा हो तो यह अनस्टेबल एंजाइना के लक्षण है जो कि काफी समय तक रहता है यह बार-बार हो सकता है यह दिल का दौरा पड़ने का संकेत भी हो सकता है इसलिए बिना लापरवाही किए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें इससे मरीज को सही इलाज देखकर हार्ट अटैक आने से बचाया जा सकता है।

 एंजाइना के लक्षण 

1.चक्कर आना

 2.थकान महसूस होना

 3.घबराहट 

4.सांस लेने में दिक्कत होना 

5.पसीना आना

 6.हाथ और कंधे में दर्द होना 

7.छाती कसी हुई महसूस करना

 8.दबाव महसूस होना

 9.एंजाइना किन कारणों से होता है 

10.दिल की बीमारी

 11.मधुमेह

 12.तंबाकू का इस्तेमाल 

13.उच्च रक्तचाप 

 14.ठंडा तापमान

 15.उच्च कोलेस्ट्रॉल 

16.तनाव stress 

17.मोटापा

 एंजाइना का टेस्ट कैसे करवाएं

1.खून की जांच 

2.इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम ECG test 

3.तनाव परीक्षण 

4.ईकोकार्डियोग्राम ECO test

 एंजाइना का उपचार 

1. पनीर क्रीम या अंडे युक्त पदार्थ को कम खाएं। 

2.धूम्रपान ना करें।

 3.कैलेस्ट्रोल लेवल चेक करवाते रहें। 

4.अधिक तलामाला ना खाएं

 5.जीवन शैली में बदलाव लाएं

 6.फैट वाली चीजों का सेवन ना करें 

 7.फल,हरी सब्जियां खाएं

 8.नमक कम खाएं 

9. डॉक्टर से समय-समय पर चेकअप करवाते रहें डॉक्टर आपको ऐसी दवाइयां दे सकते हैं जिससे रक्त वाहिका को फैलाने में सहायता हो व रक्त के थक्कों को बनने से रोका जा सके व रक्त वाहिका को नार्मल रखने के लिए डॉक्टर आपको मेडिसिन ले सकते हैं|

 10.मोटापा कंट्रोल में रखें।

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