अस्थमा को दमा के नाम से भी जाना जाता है। अस्थमा 1 ऐसी स्थिति है जिसमें हमारी सांस लेने वाली ट्यूब संकुचित हो जाती है। इससे सांस लेने में मुश्किल हो सकती है।विश्व में लगभग 30 करोड लोग अस्थमा से पीड़ित हैं। भारत में यह संख्या 3 करोड़ के लगभग है। दो तिहाई से अधिक लोगों में अस्थमा बचपन से ही प्रारंभ हो जाता है। इसमें बच्चों को खांसी होना सांस फूलना सीने में भारीपन छींक आना नाक बहना तथा बच्चे का सही शादी विकास ना हो पाना जैसे लक्षण होते हैं। शेष एक तिहाई लोगों में अस्थमा के लक्षण युवावस्था में प्रारंभ होते हैं। अस्थमा रोग की कोई उम्र नहीं होती है किसी भी उम्र में हो सकता है।
अस्थमा सुनने में एक मामूली बीमारी लगती है किंतु किसी के लिए यह एक बड़ी समस्या वह जानलेवा हो सकती है । कई बार अस्थमा का अटैक इतना खतरनाक होता है कि रोगी का दम उखड़ने लगता है।
अस्थमा के लक्षण
1.सांस लेने में तकलीफ होना
2.छाती में दर्द
3.घबराहट होना
4.सांस लेते समय सीटी की आवाज आना
5. बार बार जुकाम होना
अस्थमा के मरीज को लापरवाही पड़ेगी भारी
अस्थमा के रोगी को अपने इनहेलर चिकित्सा ठीक से वह नियमित रूप से लेनी चाहिए ऐसा ना करने पर अस्थमा अनियंत्रित हो जाता है ऐसे मरीजों को करो ना संक्रमण होने का खतरा ज्यादा रहता है ऐसे लोग जो अस्थमा के साथ-साथ करोना संक्रमित भी है तो उन्हें बिल्कुल लापरवाही नहीं करनी चाहिए क्योंकि हम सभी जानते हैं कि सारा विश्व करोना की बीमारी से जूझ रहा है। अस्थमा एक सांस नली की बीमारी है फेफड़े की बीमारी होने के कारण करो ना कि वायरस ऐसे मरीजों को जल्दी प्रभावित करते हैं जिससे ऐसे रोगियों को निमोनिया भी जल्दी हो जाता है और खतरा बढ़ जाता है अस्थमा के मरीजों को करोना काल में बहुत सारी परेशानियां झेलनी पड़ी है कई लोगों को तो वेंटिलेटर आईसीयू में भी इलाज कराने की आवश्यकता पड़ गई इसलिए अस्थमा के रोगियों को अपनी चिकित्सा ठीक रखनी चाहिए व करोना संक्रमण के बचाव के लिए सभी नियमों का पालन करना चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
अस्थमा की दवा हमेशा अपने पास रखें और कंट्रोलर इनहेलर हमेशा समय से लें।
भीड़ भाड़ वाली जगह में जाने से बचें बम पटाखों के धुएं से भी अपना बचाव रखें। फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए फेफड़ों के बताए गए व्यायाम करें।
खुद को ठंड में बचा कर रखी गर्म कपड़े अच्छे से पहन कर रखें वाह खाने-पीने का विशेष ध्यान रखें।
सांस लेने में अगर तकलीफ हो रही हो खांसी अधिक हो रही हो तो तुरंत डॉक्टर से मिले।
करोना काल में अस्थमा रोगी को घर पर ही रहना चाहिए और सुबह शाम भाप लेनी चाहिए लोगों को दूर से ही मिले नमस्ते करें वह मास्क लगाएं।
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