ब्रेन हेमरेज कैसे हो जाता है?
मस्तिष्क के भीतर ब्रेन में नस फटने की स्थिति को ब्रेन हेमरेज कहते हैं। जो हृदय से लेकर शरीर के अन्य हिस्सों में रक्त प्रवाह करती है। हमारा मस्तिष्क चारों ओर से खोपड़ी की संरचना से गिरा होता है। ब्रेन हेमरेज यानी नस फटने के दौरान मस्तिष्क में रक्तस्राव होने लगता है। जिससे मस्तिष्क के टिशू को को क्षति पहुंचने लगती है ।खून बहने से मस्तिष्क में कई हिस्सों को नुकसान पहुंचता है ।इस स्थिति को फैमिली स्ट्रोक भी कहते हैं। जिस जगह रक्त जमा होता वहां के उतकों को पूरी तरह से ऑक्सीजन नहीं मिल पाती जिसकी वजह से मस्तिष्क में उस स्थान की कोशिकाएं मर जाती है।
ब्रेन हेमरेज के कारण
आजकल ब्रेन हेमरेज के शिकार युवा अधिक हो रहे हैं ब्रेन हेमरेज किसी भी उम्र में हो सकता है यह समस्या अधिकांश हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से ग्रसित व्यक्ति या कमजोर नस वाले व्यक्तियों को भी ब्रेन हेमरेज की समस्या हो सकती है । ब्रेन हेमरेज होने से दिमाग की नस फटने का एक बड़ा कारण यह भी माना गया है। कि खून का गाढ़ा होना ब्रेन हेमरेज का एक बहुत बड़ा कारण है। खून गाढ़ा होने पर नसों पर दबाव पड़ता है। जिस कारण नसों पर दबाव बढ़ जाता है ।और मस्तिष्क की नस फट जाती है। वह ब्रेन हेमरेज हो जाता है,इसे ब्रेन स्ट्रोक भी कहते हैं। एक्सीडेंट के दौरान मस्तिष्क के अंदर चोट लग जाने से भी ब्रेन हेमरेज हो जाता है।
मेरा तो यह मानना है कि आजकल सभी बीमारियों की एक ही जड़ टेंशन चिंता सबसे खतरनाक मस्तिष्क की बीमारी चिंता है जोगी जानलेवा बीमारियों को न्योता (इन्विटेशन) देने का काम करती है।
1. सिर में चोट लगना।
2 . मस्तिष्क का ट्यूमर।
3. हाई ब्लड प्रेशर रहना।
4. आटरी का बाहरी हिस्सा कमजोर होना।
5. ब्लड शुगर की समस्या।
6. लिवर की बीमारी।
7. हार्ट की बीमारी ।
8. ब्लड सरकुलेशन होने की परेशानी।
ब्रेन हेमरेज के लक्षण
हेमरेज के लक्षणों की पहचान करना सबसे आवश्यक है ब्रेन हेमरेज होने पर कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं ऐसी स्थिति में बिना देर किए मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाना चाहिए । ब्रेन हेमरेज होने पर पेशेंट को अकेले नहीं जाना चाहिए क्योंकि इस हालत में अचानक कुछ भी हो सकता है बिना देर किए आपको इसके इलाज शुरू करा देनी चाहिए
1. सिर में अचानक तेज दर्द होना
2. बात करने में दिक्कत होना
3. बेहोशी जैसा अनुभव होना
4. शरीर के कई हिस्सों में लकवा मार जाना
5. चक्कर आना
6. उल्टी आना
ब्रेन हेमरेज से बचने के लिए क्या करें।
लाइफस्टाइल में बदलाव से ब्रेन हेमरेज के जोखिम भरे कारणों को कम किया जा सकता है ब्रेन हेमरेज ही नहीं बल्कि किसी भी बीमारी का बड़ा कारण हमारी लापरवाही होती है अगर हम रोजमर्रा की जिंदगी में संतुलित आहार व्यायाम योगा ध्यान लगाना आदि को शामिल कर ले तो हम कई खतरनाक जानलेवा बीमारियों से अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं। ब्रेन हेमरेज से बचाव के लिए बाइक चलाते समय हेलमेट जरूर पहने अपने आप को चोट लगने से बचा कर रखें अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई रहता है तो उसे कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर के साथ इस बात का जिक्र करें और इसे किस तरीके से कंट्रोल रख सकते हैं इसके लिए जागरुक हो जाए।
ब्रेन हेमरेज होने के बाद सर्जरी में कितना टाइम लगता है क्या सर्जरी की जरूरत पड़ती है।
ब्रेन की सर्जरी में लगभग 2से12 घंटे लगते हैं ब्रेन हेमरेज होने पर सर्जरी ब्रेन की स्थिति के आधार पर टाइम ज्यादा वर्क कम हो सकता है सर्जरी होनी है या नहीं यह भी डॉक्टर एम आर आई सिटी स्कैन के द्वारा देखते हैं कि ब्रेन को कितनी क्षति पहुंची है रक्त किन किन कोशिकाओं को खत्म कर चुका है।
0 Comments