ब्लड कैंसर
ब्लड कैंसर को लुकेमिया भी कहते हैं इस बीमारी में शरीर में वाइट ब्लड सेल्स की मात्रा सामान्य से अधिक बनने लगती है। जैसा की नाम से ही प्रतीत होता है ब्लड कैंसर खून से रिलेटेड बीमारी है यह सीधे मरीज के ब्लड बोन मैरो और लिंफेटिक सिस्टम को प्रभावित करता है।हमारे शरीर में बहुत से ब्लड सेल्स होते हैं। रेड सेल्स,वाइट सेल्स, प्लेटलेट्स शामिल है जो हमारे शरीर की प्रक्रिया के लिए सबसे जरूरी माना गया है वैसे तो शरीर के सभी अंग और कोशिकाएं बेहद महत्वपूर्ण होती हैं।
हमारे शरीर का ब्लड स्टेम सेल्स से बना होता है। स्टेम सेल्स में इतनी पावर होती है कि वह किसी भी प्रकार की ब्लड सेल्स को बना सकता है वाइट ब्लड सेल्स सफेद रक्त कोशिकाएं WBC हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम के लिए एक आवश्यक कोशिका है जोकि शरीर को वायरस बैक्टीरिया फंगस से प्रकट करती है। वाइट ब्लड सेल्स ब्लड में तेजी से बहते हैं।
ब्लड कैंसर कैसे शुरू होता है
ब्लड कैंसर हमारे शरीर की रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करता है ब्लड कैंसर मुख्यता बोन मैरो और लिंफेटिक सिस्टम में शुरू होता है बोन मैरो में रक्त कोशिकाएं विकसित होती है।
जब शरीर में वाइट ब्लड सेल्स की कार्यप्रणाली बिगड़ जाती है जिससे व्हाइट ब्लड सेल्स तेजी से मल्टिप्लाई होकर बढ़ने लगते हैं और लाल रक्त कोशिकाएं और प्लेटलेट्स की मात्रा कम होने लगती है व्यक्ति बीमार होने लगता है। ब्लड में कैंसर बनना शुरू हो जाता है।
ब्लड कैंसर होने के क्या कारण है
ब्लड कैंसर होने का क्या कारण है इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता विशेषज्ञों को अभी तक यह ज्ञात नहीं है कि इसका क्या कारण है । कैंसर रिसर्च टीम अभी भी इसके ठोस कारणों को ढूंढने में जुटी हुई है।
1.विशेषज्ञों का कहना है कि पैकेट्स बंद फूड खाने से भी कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
2.धूम्रपान
ब्लड कैंसर के प्रकार
1. एक्यूट माइलोजीनस ल्यूकेमिया
2. एक्यूट लिंफोसाइटिक ल्यूकेमिया
3. क्रोनिक माइलोजीनस ल्यूकेमिया
4.क्रोनिक लिंफोसाइटिक ल्यूकेमिया
ब्लड कैंसर के लक्षण
ब्लड कैंसर का सही समय पर अगर इसके लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो इसके सही समय पर इलाज करा इसके जोखिमों को कम किया जा सकता है और इस जानलेवा बीमारी से मुक्ति पाई जा सकती है। चलिए इसके लक्षणों को पढ़ते हैं।
1. बार बार बुखार आना
2.नाक व मुंह से ब्लड आना
3.थूकते समय ब्लड आना
4.अचानक वजन घटना
5.इन्फेक्शन होना कमजोरी
6.सोते समय पसीना आना
7.हड्डियों में दर्द रहना
ब्लड कैंसर का इलाज
ब्लड कैंसर ब्लड से रिलेटेड एक बीमारी जानलेवा बीमारी है पर सही समय पर इसके लक्षणों की पहचान कर डॉक्टर द्वारा इलाज कराकर इसे फैलने से रोका जा सकता है ।
भारत में प्रधानमंत्री ने कैंसर मरीजों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से भी कैंसर मरीजों को ₹500000 की मदद दी जाती है प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के लिए महावीर कैंसर संस्थान में हजारों लोग अपना इलाज करा चुके हैं। कैंसर के मरीज को चेकअप के लिए इलाज के दौरान आने-जाने की सुविधा दी जाती है कैंसर के मरीज को स्लीपर और एसी थ्री टीयर में फ्री सफर करने की सुविधा उपलब्ध है फर्स्ट एंड सेकंड क्लास टीयर में 75 परसेंट किराए की छूट है।
डॉक्टरों द्वारा ब्लड कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है।
ब्लड कैंसर का इलाज करने का एक लंबी प्रक्रिया होती है जो कि बहुत कैंसर के प्रकार स्वास्थ्य समय के आधार पर निर्धारित किया जाता है यूके मियां का इलाज हिंदी इन तरीकों से किया जा सकता है चलिए देखते हैं
कीमोथेरेपी
कीमोथेरेपी शब्द का मतलब केमिकल+थेरेपी+इलाज
कैंसर में कीमोथेरेपी का प्रयोग कोशिकाओं को खत्म करने के लिए किया जाता है इस प्रक्रिया प्रक्रिया में रसायनों द्वारा कैंसर कोशिकाओं को जड़ से खत्म किया जाता है।
स्टेम सेल प्रत्यारोपण
स्टेम सेल प्रत्यारोपण कैंसर के मरीजों की स्थिति में प्रयोग किया जाता है कैंसर के मरीजों को जीवित रहने के लिए ब्लड सेल्स प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है। जब प्रत्यारोपण प्रक्रिया की मदद से रोगी मैं ब्लड सेल संचालित किए जाते हैं तो ब्लड सेल रक्त प्रवाह से गुजरते हैं और बोन मैरो में जाकर बस जाते हैं जो नई लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या में वृद्धि करने लगती हैं और लाल रक्त कोशिकाओं सफेद रक्त कोशिकाएं और प्लेटलेट्स का उत्पादन करती है जिसके परिणाम स्वरूप रोगी धीरे-धीरे ठीक होने लगता है।
रेडिएशन थेरेपी
रेडिएशन थेरेपी कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए प्रयोग की जाती है शरीर में स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाए बिना सिर्फ कैंसर कोशिकाओं को ही खत्म करती है और कैंसर के ट्यूमर को सिकुड़ने के लिए रेडिएशन थेरेपी का प्रयोग किया जाता है।
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